सिमरिया में आयोजित नौ दिवसीय सहस्र चंडी महायज्ञ के आठवें दिन यज्ञ मंडप का परिक्रमा करते श्रद्धालु।
अयोध्या के आचार्य डॉ. विश्वंभर पाठक के नेतृत्व में 65 ब्राह्मणों की ओर से किया जा रहा है हवन
सिमरिया धाम। सिमरिया में आयोजित नौ दिवसीय सहस्र चंडी महायज्ञ में शनिवार को सांस्कृतिक मंच से कथावाचक आचार्य गुप्तेश्वर पांडेय ने भगवान राम व माता जानकी के प्रथम मिलन के प्रसंग को विस्तार से बताया।
प्रसंग की चर्चा करते हुए राम और सीता के अद्भुत सौंदर्य की व्याख्या की। प्रवचन के दौरान कथाव्यास ने कहा कि भगवान राम सीता का प्रथम मिलन फुलवारी में होता है। राम अपने गुरू विश्वामित्र के साथ जनकपुरधाम के सुन्दर निवास में ठहरे हैं। गुरू की पूजा के लिए फूल लाने राम-लखन फुलवाड़ी जाते हैं। वहां माली से ढेर सारे प्रश्नों का आमना-सामना करना पड़ता है। इसी दौरान भगवान राम और जनक नंदनी आमने-सामने होते हैं। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में वृंदावन से आए कलाकारों ने कृष्ण के रास को दिखाया। कृष्ण की लीलाओं एवं पुतना वध के दृश्य को देखकर पंडाल में बैठे श्रद्धालु जय कन्हैया लाल की का जयकारा लगाते रहे।
यज्ञ का पूजन व हवन आचार्य डॉ. विश्वंभर पाठक के नेतृत्व में 65 ब्राह्मणों द्वारा किया जा रहा है। पंडितों में अयोध्या धाम, काशी एवं मिथिला धाम से ब्राह्मण पहुंचकर वैदिक विधि विधान से यज्ञ में पूजन व हवन करा रहे हैं। वही यज्ञ मंडप की परिक्रमा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
दूसरी ओर दिनकर पुस्तकालय का स्टॉल लगाया गया है।
इसमें दिनकर जी की रचनाएं बिक्री के लिए उपलब्ध है। मौके पर यज्ञ समिति के अध्यक्ष शंभु प्रसाद सिंह, जिप सदस्य राजीव कुमार सिंह, पूर्व मुखिया कृष्ण कुमार शर्मा, जयकांत राय, राजेश कुमार सिंह, अमरदीप सुमन, प्रदीप कुमार, बद्री प्रसाद सिंह, विश्वंभर प्रसाद सिंह, कृष्णनंदन कुमार, सरपंच प्रतिनिधि विपिन कुमार सिंह, मनीष कुमार, डॉ दीपक कुमार, संजीत कुमार, अनिल कुमार शर्मा, पैक्स अध्यक्ष रामानुज राय, सोहन कुमार, कृष्ण मुरारी, कन्हैया कुमार फुटुश, सोहन कुमार, केशव कुमार, कमल बंधु, शिवनाथ, गुलशन, दुर्गेश, सरोज, राम कल्याण सिंह, नवीन सिंह समेत यज्ञ संचालन समिति के कई सदस्य व ग्रामीण मौजूद थे।
● भजन संध्या कार्यक्रम में आज आएंगी तृप्ति शाक्या
● प्रसंग की चर्चा करते हुए राम और सीता के अद्भुत सौंदर्य की व्याख्या की
● गुरू की पूजा के लिए फूल लाने राम-लखन फुलवाड़ी जाते हैं
छतौना नवाह यज्ञ महोत्सव का शोभायात्रा के साथ समापन
नावकोठी। डफरपुर पंचायत के विश्वकर्मा नगर छतौना में नौ दिवसीय सीताराम संकीर्तन महायज्ञ का रविवार को कलश विसर्जन के साथ रविवार को सम्पन्न हो गया।गाजे बाजे के साथ संपूर्ण गांव में भ्रमण कर कलश कोबूढी गंडक नदी में विसर्जित किया गया।जय श्री राम ,हर हर शंभू के जयघोष से संपूर्ण गांव गुजांयमान हो गया।शनिवार को विभिन्न मंडलियों के द्वारा अखंड सीताराम संकीर्तन के साथ विभिन्न तरह के रंगारंग कार्यक्रम और रामायण के दृश्य दिखाकर कला का अद्भुत प्रदर्शन किया।सीताराम,लक्ष्मण, वीर हनुमान,नल,नील, राक्षस आदि का रूप बनाकर रंगारंग कार्यक्रम कर कीर्तन मंडली के द्वारा दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।