अप्रत्याशित संख्या में जमा किए नोट
बेगूसराय। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से दो हजार रुपए के नोटों को सितंबर 2023 के बाद चलन से बाहर करने की घोषणा किए जाने के बाद घर-घर में दो हजार रुपए के गुलाबी नोटों की तलाश शुरू हो गई। इसे बाजार में खरीदारी या अन्य कार्यों में उपयोग किया जाने लगा है। वहीं बाजार में दुकानदार दो हजार का नोट लेने से मना कर रहे है।लोग अपने बैंक खाता में जमा करवा रहे हैं। हालांकि, इन नोटों को 30 सितंबर 2023 तक बैंकों में जमा कराया जा सकता है।
या बदला जा सकता है।
एसबीआई मुख्य शाखा के डप्टिी ब्रांच मैनेजर रूपेश कुमार तथा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के वरष्ठि प्रबंधक रजनीश कुमार ने बताया कि फिलहाल कोई भी खाताधारक अपने बैंक खाता में जितनी रकम चाहे जमा करवा सकता है। अपने खाते में रकम जमा कराने पर कोई पाबंदी नहीं है।
एसबीआई मुख्य शाखा में सामान्य दिनों में कम संख्या में जमा किए जाने वाले दो हजार रुपए के नोटों की संख्या में शनिवार को अप्रत्याशित रूप में वृद्धि दर्ज की गई। यूको बैंक, सेंट्रल बैंक में भी कमोबेश यही स्थिति रही। सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले खाताधारक घोषणा के बाद पहले ही कार्य दिवस में बैंक पहुंचकर दो हजार रुपए के नोटों जमा करवाने लगे। सेंट्रल बैंक में रुपए जमा करवाने पहुंचे प्रवीण कुमार ने बताया कि इस बार पूर्व की नोटबंदी की तरह अफरातफरी का माहौल नहीं है।
पहले भी बाजार में कम ही दिखते थे दो हजार के नोट
बेगूसराय। रिज़र्व बैंक द्वारा 2000 रुपए के नोट को बंद किये जाने को लेकर एक बार फिर बाजार में हलचल बढ़ गई है। हालांकि, यह हलचल पूर्व की नोटबंदी की तरह नहीं है।
ज्यादातर छोटे व्यापारी व दुकानदार पर इस नोट बंदी का कोई ़खास असर पड़ता नहीं दिख रहा है। ज्यादातर व्यवसायी मानते हैं कि 2000 के नोट बाजार में पहले से ही नहीं थे। इसलिए इसके रहने या न रहने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। अब ज्यादातर कारोबार डिजिटल पेमेंट या नेटबैंकिंग द्वारा हो रहे हैं। शनिवार को सर्राफा बाजार में न तो उछाल आया, न ही गिरावट। सोना-चांदी आभूषण के व्यापारी जयराम दास ने बताया कि 2000 के नोट बाजार में पहले से ही नहीं हैं। इसलिए इस नोटबंदी का कोई फर्क हम व्यापारियों पर नहीं पड़ेगा। इससे तस्करी का सोना व्यापार बंद होगा। सोनारपट्टी रोड स्थिति स्वर्ण आभूषण वक्रिेता विजय सोनी ने बताया कि एक साल से 2000 का नोट दुकान पर आया ही नहीं।
हमारे धंधे में 50 हजार रूपए से ज्यादा का व्यवसाय ऑनलाइन ही होता है। इसलिए इस नोटबंदी से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। आभूषण खरीदने आये लाखो निवासी सुरेन्द्र साह ने कहा कि छोटी आमदानी वालों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। चट्टी रोड स्थित सब्जी आढ़त में ज्यादातर सब्जी व्यापारी मानते हैं कि इस नोटबंदी का कोई फर्क नहीं होगा। सब्जी व्यापारी मोहन कुमार ने कहा कि इस नोटबंदी से कोई ़खास फर्क नहीं पड़ेगा। डिजिटल पेमेंट का ज़माना है। हमारे यहाँ 500 से 1000 रुपये से ज्यादा एक ग्राहक का व्यवसाय होता ही नहीं। ज्यादातर किसान आते हैं और छोटे नोट से कैश में ही लेनदेन ज्यादा होता है। किराना बाजार में इस नोट बंदी का थोड़ा असर होना लोग मान रहे है। चावल-दाल व्यापारी विमल कुमार ने बताया की हमारे यहाँ ज्यादा लेनदेन कैश में होता है तो कई लोग 2000 का नोट देते हैं। अब उन्हें कैश लाने में दक्कित होगी। रेडीमेड वस्त्रत्त् व्यापारी मनोज हिसारिया ने बताया कि इस नोटबंदी से कोई असर व्यापार पर नहीं पड़ेगा। उनके यहाँ 90 लेनदेन डिजिटल या नेट बैंकिंग के जरिए होता है। बस स्टैंड के नजदीक स्थिति मारवाड़ी वासा के मालिक राजीव सिंह ने बताया कि इस नोटबंदी का हमारे जैसे रेस्टोरेंट क्षेत्र पर कोई असर नहीं होगा। यहाँ ज़्यादातर काम 100 से 200 रूपए में ही होता है।