बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। नगर थाना के बड़ी पोखर में रविवार की शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान एक किशोर की डूबने से मौत हो गयी। मृतक शहर के गाछीटोला निवासी पंकज रजक का पुत्र गोलू कुमार था। डूबने के 15 घंटे बाद भी पोखर से शव नहीं निकाले जाने के बाद सोमवार को लोगों का धैर्य जवाब दे गया।
उसके बाद एसपी कार्यालय के समीप सैकड़ों लोग धरना पर बैठ गये व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धरना पर बैठने कारण एसपी कार्यालय से होते रजिस्ट्री कार्यालय व डीएम ऑफिस जाने वाली सड़क पर आवागमन बाधित रहा। आक्रोशित लोगों व पुलिस कर्मियों के साथ रह-रहकर झड़पें होती रही।
धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही नगर थानाध्यक्ष रामनिवास पुलिस बल के साथ पहुंचे। गुस्साये लोगों को शांत कराने कराने का प्रयास किया, लेकिन लोग हर हाल में शव को खोजने की मांग की जिद पर अड़े रहे। पुलिस प्रशासन के निर्देश पर शव खोजने के लिए एसडीआरएफ की टीम पहुंचने पर लोग माने।
पानी में डूबा शव निकालने का काम पुलिस का नहीं ... बेगूसराय। पानी में डूबे शव निकलने का काम पुलिस का नहीं है। एसडीएम, डीएम बैठ के क्या करते हैं। सरकार की ओर से उपलब्ध व्यवस्था स्तर से काम हो रहा है। हमसे जो सवाल पूछ रहा है वही सवाल एसडीओ डीएम से जाकर पूछो। हमारा पुलिस काम देखना है। हम स्पेशल ऊपर से उठकर आए हैं क्या। रखो बात में हम बात करते हैं। यह हम नहीं बल्कि नगर थानेदार राम निवास का कहना है। असल में नगर थाना के बड़ी पोखर पर रविवार की शाम देवी सरस्वती के मूर्ति विसर्जन के दौरान एक किशोर डूब गया था। डूबने की खबर सुनते ही सैकड़ों लोगों की भीड़ पोखर पर उमड़ पड़ी थी। इस दौरान नगर थाने की पुलिस भी पहुंची थी। शव नहीं मिलने पर पीड़ित परिवार के लोगों ने नगर थानेदार से शव निकलने सहयोग का अनुरोध किया तो नगर थानेदार द्वारा यह संवेदनहीनता भरा बयान सामने आया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। नगर थानेदार का बयान आने के बाद जिला प्रशासन की कार्यशैली व कर्तव्यनिष्ठा. पर सवाल खड़ा हो गया है। नगर थानेदार यहीं तक नहीं रुके। सवाल पूछने वाले से ही कह दिया कि तुम लोग क्या करते हो। अपने संसाधन से शव निकालो। थानाध्यक्ष का यह बयान एसपी के पुलिस- पब्लिक फ्रेंडली संबंध ़को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। लोग सवाल कर रहे हैं कि नगर थानेदार का यह व्यवहार आम पब्लिक के बीच कैसा है। ऐसे में अपराध नियंत्रण में आम लोग क्या गाली सुनकर पुलिस का सहयोग करेंगे।
20 घंटे बाद मिला किशोर का शव एसडीआरएफ टीम की घंटों मशक्कत के बाद पोखर में डूबे किशोर का शव बाहर निकाला गया। लाश मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। 20 घंटे की बेचैनी के बाद लोगों का मन शांत हुआ कि कम से कम शव तो मिल गया। उसके बाद पुलिस उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले गयी। शव को ठेला पर ही सदर अस्पताल लाया गया।