शपथ ग्रहण के हो गए हैं साढ़े तीन माह पर विकास का काम शुरू नहीं

 शहर के हड़ताली चौक के समीप मुख्य नाले का टूटा हुआ ढक्कन।


बेगूसराय। लगभग 21 माह बाद दिसंबर 2022 में नगर निगम का चुनाव संपन्न हुआ। पहली बार मतदाताओं के वोट से मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद चुने गये। निर्वाचित वार्ड पार्षदों के साथ मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद के शपथ ग्रहण लेने के साढ़े तीन माह से अधिक समय बीत गये, लेकिन निगम क्षेत्र की धरातल पर एक भी नयी योजनाओं की शुरूआत नहीं हो सकी। जबकि निगम बोर्ड की तीन बैठकों में 150 से अधिक नई योजनाओं का प्रस्ताव पारित हुआ है। पिछले अवधि का स्टीमेट व टेंडर किये करीब 100 योजनाएं भी अधर में लटकी हैं। इससे वार्ड पार्षदों में नगर निगम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश गहराता जा रहा है।

मुख्य पार्षद के पद पर सीधा चुनाव होने के बाद शहरवासियों को उम्मीद जगी थी कि शहर का कायाकल्प होगा। फिलहाल ऐसा प्रतीत होता नजर नहीं आ रहा है। शहरवासी यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि मुख्य सड़क पर साफ-सफाई तो दिख रही है, लेकिन गलियों में स्थिति बेहतर नहीं है। अधिकतर वार्डों में लाइट खराब पड़ी है। व्यापारयिों की सुरक्षा के लिए हर वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना भी खटाई में पड़ी है।

क्या कहते हैं वार्ड पार्षद वार्ड-24 के पार्षद राजीव रंजन ने बताया कि कार्यालय में भ्रष्टाचार बढ़ा है। छोटा-मोटा कार्य शुरू नहीं हो पाया है। विकास का कार्य पटरी पर नहीं आया है। गर्मी के मौसम में पियाऊ खराब है। निगम प्रशासन द्वारा गलत बताया जा रहा है कि 48 पियाऊ ठीक हो गया है। अधिकतर पार्षद लाइट खराब होने की शिकायत निगम प्रशासन से कर चुके हैं। चापाकल भी खराब है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 500 लाभुकों को द्वितीय किस्त की राशि नहीं दी गयी है। ये लाभुक खुल आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। लगभग 200 कुंए की सफाई नहीं हो सकी है।

वार्ड-35 के वार्ड पार्षद डॉ. शगुप्ता ताजवर ने बताया कि 23 एजेंडा दिया किसी का स्टीमेट नहीं बना। जनप्रतिनिधि लोकल हैं। परेशान हैं। साफ सफाई के अलावा कोई काम नहीं। ढक्कन नहीं आया। लाइट खराब है। नयी लाइट नहीं लगायी गयी है।

वार्ड -29 के वार्ड पार्षद राजदीप कुमार उर्फ मुकुल सरदार ने बताया कि लाइट खराब है। ढक्कन नहीं लगा है। जलजमाव है। एक भी योजना का शिलान्यास नहीं हुआ। पांच योजना दी गई। एक भी योजना शुरू नहीं हुई है। हमारे वार्ड में फॉगिंग तक शुरू नहीं सकी है।

जनता जनार्दन पार्षद से रोज पूछ रहे हैं कि इतना दिन हो गया विकास योजना कब शुरू होगी।

टेंडर होने के बाद काम में आएगी तेजी मुख्य पार्षद

मुख्य पार्षद पिंकी देवी बताती हैं कि शपथ ग्रहण के बाद अबतक निगम बोर्ड की तीन बैठकें हो चुकी हैं। लगभग 150 नई योजनाओं का प्रस्ताव पारित हुआ है। निगम के पास कार्यपालक अभियंता नहीं था। पांच दिन पहले योगदान दिए हैं। प्रत्येक वार्ड में 25-25 लाख रुपये से विकास योजना शुरू होंगी। इसके लिए स्टीमेट बनाया जा रहा है। टेंडर होने के बाद योजनाओं पर काम तेजी से शुरू हो जाएगा। वैसे 28 अप्रैल को नगर निगम बोर्ड की बैठक रखी गयी है। इसमें सदन में पार्षदों को जानकारी दी जाएगी। साथ ही समस्याओं पर विमर्श के बाद निष्पादन होगा।

नगर आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि कार्यपालक अभियंता नहीं रहने के कारण तकनीकि समस्याएं आ रही थी। उसे अब दूर कर लिया गया है। 28 अप्रैल को बोर्ड की बैठक के बाद नई व पुरानी योजनाओं पर काम शुरू हो जाएगी। वर्ष 2023-24 के लिए 4.35 अरब 85 लाख 57 हजार रुपये का निर्धारित बजट में से चार अरब 34 करोड़ 62 लाख चार हजार रुपये खर्च का प्रावधान किया गया है। विशेष बैठक में प्रत्येक वार्ड में 25-25 लाख रुपये से योजनाएं शुरू होगी। कार्यालय में भ्रष्टाचार से संबंधित कोई भी आवेदन आएगा तो उसे गंभीरता से लिया जाएगा। जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेते हुए निगम क्षेत्र में पारदर्शिता के साथ विकास की गति तेज करना निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता है।


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