छोटे वाहन पड़ाव का टेंडर नहीं होने से नगर निगम को नुकसान

 टोल टैक्स वसूली के लिए छह कर्मी प्रतिनियुक्त, एक माह में वसूली एक हजार से भी कम


वसूली के लिए 31 मार्च को दिया गया आदेश

31 मार्च को नगर निगम कार्यालय से निर्गत पत्र के अनुसार वाहन पड़ाव सैरात की बंदोवस्ती निर्धारित तिथियों तक डाक नहीं होने के कारण वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए छोटे वाहन पड़ाव रतनपुर वार्ड-20 की टोल टैक्स वसूली अगले आदेश तक के लिए 31 मार्च की मध्य रात्रि से विभागीय रूप से कराया जाना है। टोल टैक्स वसूली के लिए उप नगर आयुक्त अजय कुमार को सभी टीमों का प्रभारी अधिकारी प्रतिनियुक्त करते हुए आदेश दिया जाता है कि अपनी देखरेख में उस सैरात की पार्किंग शुल्क वसूली का कार्य कराएंगे। प्रतिदिन वसूली गई राशि को जमा कराना व सहयोग के लिए प्रभारी सहायक कर दारोगा नवीन कुमार, बहुउदेश्यी कर्मी अरविंद चौधरी व आदर्श कुमार टीम प्रभारी के रूप में कार्य करने को कहा गया।

तीन शिफ्टों में लगे हैं कर्मचारी

नगर आयुक्त ने कहा है कि टीम प्रभारी के सहयोग देने के लिए कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। प्रथम पाली रात्रि 10 बजे से छह बजे सुबह तक दो, द्वितीय पाली में छह बजे सुबह से दो बजे अपराह्न तक व तृतीय पाली में अपराह्न दो बजे से 10 बजे रात्रि तक टैक्स वसूली की जानी है। टीम में नवीन कुमार, विजय कुमार सिंह, अरविंद चौधरी, अनिल ठाकुर, आदर्श कुमार व प्रमोद कुमार को शामिल किया गया है।

टेंडर नहीं लेने पर छह कर्मचारी हुए प्रतिनियुक्त

नगर आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि छोटे वाहन पड़ाव के टेंडर के लिए 20 लाख रुपये व 15 प्रतिशत जीएसटी के साथ सुरक्षित जमा राशि के लिए निगम की सामान्य बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया है। पिछले साल 40 लाख रुपये में टेंडर हुआ था। इस साल किसी ने टेंडर नहीं लिया तो राजस्व वसूली के लिए छह कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। उसके बाद टेंडर की प्रक्रिया होगी। टेंडर होने के बाद छोटे वाहन पड़ाव से प्रतिनियुक्त कर्मियों को हटा लिया जाएगा। मई माह में टॉल टैक्स वसूली में तेजी आयी है।

छोटे वाहन पड़ाव का टेंडर जब तक नहीं होता है तब तक विभागीय स्तर से टोल टैक्स वसूली के लिए नगर आयुक्त ने आदेश दिया है। इसके लिए रतनपुर में छोटा वाहन पड़ाव निर्धारित है। विभागीय स्तर पर टोल टैक्स की वसूली कैसे होगी, यह तो नगर आयुक्त का विशेषाधिकार है। -पिंकी देवी, मुख्य पार्षद

बेगूसराय। छोटे वाहन पड़ाव का इस वित्तीय वर्ष में टेंडर नहीं होने से एक माह के दौरान निगम को लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है। छोटे वाहन पड़ाव का जब तक टेंडर नहीं हो जाता है तब तक निगम को राजस्व की क्षति न हो, इसके लिए नगर आयुक्त ने 31 मार्च 2023 को पत्र जारी कर छह निगम कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया था। लेकिन, एक माह में इन कर्मियों द्वारा मात्र 634 रुपये की ही वसूली की गयी है जबकि इन कर्मियों व अधिकारी के वेतन भुगतान के नाम पर प्रतिमाह एक लाख रुपये से अधिक खर्च हो रहे हैं।

28 अप्रैल को निगम के सभागार में निगम के सामान्य बोर्ड की बैठक में छोटे वाहन पड़ाव के टेंडर से लेकर ई-रिक्शा से टोल टैक्स का मुद्दा उठा व विवाद बढ़ा तो नगर आयुक्त मनोज कुमार को सदन में हस्तक्षेप कर कहना पड़ा कि छोटे वाहन पड़ाव के टेंडर नहीं होने से राजस्व का नुकसान हो रहा है। ई-रिक्शा से टैक्स लगेगा। इस वित्तीय वर्ष में छोटे वाहन पड़ाव के लिए टेंडर के लिए 20 लाख रुपये के अलावा जीएसटी अलग से निर्धारित किया गया है। टेंडर होने के बाद सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी। वहीं टेंडर नहीं होने से वसूली करने में कर्मचारियों को परेशानी होती है।

शहर के रतनपुर मोहल्ला स्थित छोटे वाहन पड़ाव पर टैक्स वसूली के लिए खड़ा प्रतिनियुक्त कर्मी।


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