चौकीदारों के हवाले 225 बैंक की सुरक्षा व्यवस्था

 


बेगूसराय। जिले में सरकारी व निजी मिलाकर कुल 225 बैंक के शाखा संचालित हैं। इनमें सरकारी 12 बैंक, एक दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, एक सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक व 12 निजी बैंक संचालित हैं। सरकारी बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था चौकीदारों के हवाले हैं।

ग्रामीण क्षेत्र के बैंकों में दो-दो चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति की जाती है। सुरक्षा के लिहाज से सभी बैंकों में सीसीटीवी, फायर एलार्म व इलेक्ट्रॉनिक एलार्म लगाया जाता है।

सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया बैंकों की सुरक्षा के लिए पुलिस अलर्ट मोड पर रहती है। सभी थानाध्यक्षकों को निर्देश दिया जा चुका है कि बैंक खुलने के समय व बैंक बंद होने के समय पुलिस अधिकारी बैंक जाएंगे व बैंक की सरक्षा व्यवस्था का हाल लेकर अपडेट की जानकारी जिला मुख्यालय को अवगत कराएंगे। जिस थाने में चौकीदार तैनात हैं वहां के दो-दो चौकीदारों को प्रत्येक बैंक में तैनात किया गया है। शहरी क्षेत्र के थाना में पुलिस वाले बैंक अधिकारियों से हॉलाइन पर रहते हैं। किसी भी सूरत में पुलिस गश्ती करनी है। बैंक सुरक्षा के मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गयी है। एलडीएम मोती कुमार साह ने बताया कि जिले में सरकारी व निजी बैंकों के 225 शाखा संचालित हैं। सुरक्षा के मामले में बैंक अपने स्तर से पूरा व्यवस्था करती है। सरकारी बैंकों में चौकीदारों का लाभ मिलता है जबकि निजी बैंकों में निजी सुरक्षा गार्ड होता है। कहीं सरकारी बैंक में भी निजी सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था होती है।

पुलिस गश्ती टीम सभी बैंकों पर रोज लेती है सुरक्षा का जायजा बछवाड़ा

● बैंक चेकिंग के दौरान संदिग्धों पर पुलिस की रहती है पैनी निगाहें

बछवाड़ा। बछवाड़ा प्रखंड के सभी बैंकों की सुरक्षा पिछले कई दशकों से चौकीदार के भरोसे ही है। कई बैंक ग्राहकों ने बताया कि यहां यूको बैंक शाखा बछवाड़ा में पहले बैंक की सुरक्षा के लिए बैंक की ओर से निजी तौर पर एक गनमैन की व्यवस्था थी।

उक्त गनमैन के रिटायर होने के बाद यूको बैंक शाखा समेत एसबीआई, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, कोऑपरेटिव बैंक समेत सभी शाखाओं की सुरक्षा के लिए थाने से चौकीदारों की तैनाती की गई है। वर्तमान में सभी बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था स्थानीय प्रशासन के जिम्मे ही सौंपा गया है। दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक शाखा बछवाड़ा के सहायक मैनेजर अमरेश कुमार सिंह ने बताया कि बैंकों में ड्यूटी पर तैनात चौकीदारों की हाजिरी लेने थाने से पुलिस बल के साथ कोई भी पुलिस अधिकारी रोज पहुंचते हैं। पुलिस गश्ती टीम बैंकों पर पहुंचकर नियमित रूप से सुरक्षा का जायजा लेती है। पुलिस गश्ती टीम में शामिल पुलिस अधिकारी शाखा प्रबंधक से भी मिलकर सुरक्षा व्यवस्था का ऑडिट करते हैं।

इस बीच बैंक परिसर में आने-जाने वाले संदिग्ध लोगों पर पुलिस की पैनी निगाहें रहती हैं।

पांच बैंक की सुरक्षा चौकीदार के भरोसे

गढ़पुरा

गढ़पुरा। बैंकों की सुरक्षा चौकीदार के भरोसे है। प्रखंड में कुल मिलाकर पांच बैंक कार्यरत हैं। जिसमें दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा क्रमश गढ़पुरा, मालीपुर और सोनमा में कार्यरत है। इसके अलावा गढ़पुरा प्रखंड मुख्यालय में भारतीय स्टेट बैंक और यूको बैंक की शाखा भी मौजूद है। चार बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था गढ़पूरा थाना के जिम्मे तथा दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक शाखा सोनमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी बखरी थाना के कार्य क्षेत्र में आता है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से बैंकों में पर्याप्त मात्रा में सीसीटीवी कैमरे मौजूद हैं, उसके बावजूद इन बैंकों के चाक- चाकचौबंद जितने होने चाहिए वह नहीं है।

सिर्फ स्टेट बैंक में एक सुरक्षा गार्ड मौजूद है। बैंकों के इर्द-गिर्द अनजान और असामाजिक तत्व अक्सर घूमते रहते हैं। मौका मिलने पर वे ग्राहकों को भी लूटने से नहीं चूकते। हाल में बैंक लूट की घटनाओं के बाद इसकी सुरक्षा व्यवस्था का आकलन करने की जिम्मेदारी थानाध्यक्ष को सौंपी गई है। वे सभी शाखाओं में जाकर सुरक्षा की ऑडिट करेंगे। जो भी सुरक्षा में कमी पाई जाएगी उसके लिए वे बैंक प्रबंधक से बात करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षा बल भी मुहैया कराने की बात कही गई है। यानी कुल मिलाकर यूं कहें कि अब बैंक में बढ़ रही अपराधिक घटनाओं को लेकर सुरक्षा मानकों को दुरुस्त करने के लिए विशेष रणनीति तैयार की जाएगी। ताकि बैंक लूट जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। बता दें कि गढ़पूरा स्टेट बैंक में अपराधियों ने दो बार लूट की घटना को अंजाम दिया था। उस समय बैंक बीच बाजार में स्थित था। थानाध्यक्ष मनीष आनंद ने बताया कि चौकीदार के साथ ही गश्ती दल लगातार बैंक की निगरानी करती है।

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